हरियाली🌿🌸🌾🌾🌾

ओ हरियल पिपलयरी डाली जैठे बोले कोयल काली
बैठे रेशम वालो हिचकडो धलओ सा
सती राणी न हिंडोलो झुलाओ सा,,,
चंदन वालो पाट बिछावा माहरी मैया,,
मखमल को आसणियो लगावा माहारी मैया,,
उण रे उपर माई न बिठाओ सा,
सती राणी न हिंडोलो झुलाओ सा,,
हालरिया पर बाँधा मेह तो चाँदी का धुधरा,,
चाले जु हवा तो बाजे धणा ही फुटरा,,
झूझूणू कोई संदेशो पुगाओ सा
सती राणी न हिंडोलो झुलाओ सा,,
अगवाणी मे सेवक उभा लारे तनधन जी,,
झुला उपर मावडी को करा दर्शन जी,,
तेजसया का वारणा उतारो सा
सती राणी न हिंडोलो झुलाओ सा
ओ हरियल पिपलयरी डाली
जैठे बोले कोयल काली
बैठ रेशम वालो हिचकडो धलओ सा
सती राणी न हिंडोलो झुलाओ सा ,,

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